पुरुष बांझपन

पुरुष बांझपन – भ्रांतियाँ और सच्चाई

अक्सर माना जाता है कि बांझपन केवल महिलाओं से जुड़ी समस्या है, जबकि करीब 40–50% मामलों में पुरुष बांझपन जिम्मेदार होता है।

 

भ्रांति 1: केवल महिलाओं की जांच ज़रूरी होती है।
सच्चाई: पुरुषों की भी जांच ज़रूरी है। सीमेन एनालिसिस से शुक्राणुओं की संख्या, गति और गुणवत्ता पता चलती है।
 

भ्रांति 2: उम्र पुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करती।
सच्चाई: उम्र बढ़ने के साथ शुक्राणु की गुणवत्ता घटती है, खासकर 40 के बाद।
 

भ्रांति 3: यदि पहले बच्चा हो चुका है तो पुरुष कभी बांझ नहीं हो सकता।
सच्चाई: जीवनशैली, बीमारी या टॉक्सिन्स से शुक्राणु की गुणवत्ता बदल सकती है।
 

भ्रांति 4: पुरुष बांझपन का कोई इलाज नहीं।
सच्चाई: इलाज संभव है – दवाइयाँ, जीवनशैली में बदलाव और IVF/ICSI तकनीकें उपलब्ध हैं।

 

सलाह:

  • धूम्रपान, शराब, गर्म वातावरण और टाइट कपड़ों से बचें
  • संतुलित आहार लें और नियमित व्यायाम करें
  • समय पर विशेषज्ञ से संपर्क करें

पुरुष बांझपन भी महिलाओं जितना ही महत्वपूर्ण है और उसका इलाज संभव है। समय रहते जांच और उचित मार्गदर्शन से आप माता-पिता बन सकते हैं।